रायगढ़। पूरे प्रदेश में 13000 एनएचएम संविदा कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था डगमगा सी गई है। कोरोना नियंत्रण की पकड़ भी प्रदेश में ढीली पड़ने लगी है। वहीं इन कर्मचारियों में रायगढ़ के 450 कर्मचारी भी शामिल थे। जिसमें बीती रात 4 संविदा कर्मचारियों को जिला कलेक्टर के द्वारा बर्खास्त कर दिया गया है। जिसमें जिला प्रशासन ने मुख्य रूप से जिला NHM संघ के पदाधिकारियों को निशाना बनाया है।
बता दे कि बीती सुबह 11 बजे जिला कलेक्टर ने 450 कर्मियों को मिलने के लिए सूचना भेजवाया था। जिसमे रायगढ़ प्रतिनिधि मंडल से मुलाक़ात अहम थी। लेकिन जब इन कर्मचारियों का रायगढ़ प्रतिनिधिमंडल कलेक्टर से मुलाकात करने पहुंचा, तो कार्यक्रम को ही रद्द कर दिया गया और कहा गया अगर आप जॉइनिंग करने के लिए तैयार हैं तभी मिले। एनएचएम संघ के कर्मचारियों ने हड़ताल के दौरान वॉलिंटियर के रूप में अपनी सेवा देने के बात रखे थे। जिसे प्रशासन द्वारा एक सिरे से खारिज कर दिया गया।
जनता के लिए प्रशासन का साथ..! NHM के कर्मचारियों ने हड़ताल के दौरान कोविड अस्पतालो में वालेंटियर के रूप में कार्य करने का दिया प्रस्ताव..!!
बरहाल पूरे प्रदेश में 50 से अधिक सविंदा कर्मचारियों को बर्खास्त किये जाने से प्रदेश NHM संघ में काफी आक्रोश है। वही रायपुर मुख्यालय से सभी जिलों को CMHO को पत्र भेजा गया है। जिसमे 21 सितम्बर तक जॉइन नही करने वाले हड़ताल कर्मियों की सूची मंगाई है।
इस स्थिति को देखते हुए प्रदेश एनएचएम संघ भी पूरे एक्शन मोड में आ चुका है। आज सामुहिक तौर पर बर्खास्तगी के विरोध में प्रदेश स्तर पर 13000 कर्मचारियों के द्वारा अपने अपने जिलो में इस्तीफा देने तैयारियां है। अब देखा जाना दिलचस्प होगा कि प्रदेश सरकार नियमितीकरण की मांगों को पूर्ण करती है या फिर 13000 कर्मचारियों का इस्तीफा स्वीकार करती है।
RIG Breaking: स्वास्थ्य विभाग के 450 संविदा कर्मचारी आज से हड़ताल पर..! कोरोना संकट के बीच जिले के स्वास्थ्य सेवाओं पर भी पड़ेगा गहरा असर!!