Raigarh News

सहारा क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी के डायरेक्टर कोतवाली पुलिस की गिरफ्त में! तीन हज़ार लोगो के 35 करोड़ है फसे..

रायगढ़। इंडिया में पूरे देश के साथ-साथ रायगढ़ जिले के बीच हजारों निवेशको के पैसे डूब रखे है। इसमें सहारा क्रेडिट कॉपरेटिव सोसाइटी के डायरेक्टर करुणेश अवस्थी को रायगढ़ पुलिस ने उसे ट्रॉजिट रिमांड में रायगढ़ लाया गया है।

दरअसल रायगढ़ के निवेशकों ने डायरेक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया था। इसमें लंबे समय से रिमांड में लाने की तैयारी कर रही थी। कोतवाली पुलिस ने मध्यप्रदेश के मुरैना में एफआईआर दर्ज था। वहां के जेल में है। कोतवाली थाने के प्रभारी शनिप रात्रे ने मीडिया को बताया कि इसे अभी न्यायिक रिमांड रायगढ़ लाया गया है । जिसमें अभी करीब 15 दिनों तक रायगढ़ में ट्रॉजिट रिमांड में रखा जाएगा।

जिले से करीब 35 करोड़ का निवेश

जिले में 3 हजार से अधिक लोगों का करीब 35 करोड रुपए इस सोसाइटी में निवेश कर रखा है। लोग पैसो की वापसी के लिए लगातार मांग कर रहे है, इसमें पुलिस ने सितंबर 2022 में एफआईआर होने के बाद जनवरी रायगढ़ में फ्रेनचाइजी के मैनेजर ओम प्रकाश शर्मा की गिरफ्तारी जनवरी में हुई थी। इसके साथ सहारा क्रेडिट कॉपरेटिव सोसाइटी लिमिटेंड और सहारा क्यू शॉप के डायरेक्टर करुणेश अवस्थी को मध्यप्रदेश पुलिस ने कुछ माह गिरफ्तारी की । रात्रे ने बताया कि इस मामले में बताया कि इसमें निवेशकों को राशि दोगुना करने की बात कह करके लोगों से पैसा लिया गया। ऐसे में काफी पहले इस मामले में इसमें चिंटफंड और धोखाधड़ी के केस में अपराध पंजीबद्ध किया गया था । अब चालान पेश करने के बाद इसमें रिमांड लाया गया है। अवस्थी को मुरैना से लाया गया है।

65 लोगों की गिरफ्तारी होंने की चर्चा

इस मामले में सहारा इंडिया के निवेशकों के पैसा लगा हुआ है, उसमें अलग अलग एफआईआर दर्ज है। पुलिस सूत्रों के अनुसार इस मामले में करीब 65 डायरेक्टर और उससे मैनेजर सलिप्ता है। धीरे धीरे इनकी गिरफ्तारी हो रही है, जहां पर गिरफ्तारी हो चुकी है। उन प्रदेशो से इन्हें ट्रॉजिट रिमांड में लाया जा रहा है । इस मामले में रायगढ़ के प्रकाश निगानिया ने अपराध पंजीबद्ध कराया है।

10-10 हजार रुपए से निवेशक खुश नहीं

अभी केन्द्र सरकार सहारा इंडिया के निवेशको को केन्द्र सरकार ने एक पोर्टल बनाया है, जिसमें हर निवेशको को 10-10 हजार रुपए दिए जा रहे है, हालांकि यह पहला स्टॉलमेंट होंने की बात कही जा रही है। लेकिन पहला किस्त कम राशि मिलने से निवेशकों में निराशा है अधिक राशि दिए जाने की बात कही जा रही है। कईयों ने इसके लिए आवेदन भी नहीं भरा है।

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