सावित्री नगर मीना बाजार में हाईटेक ड्रोन अटैक..? संचालक ने कहा, पॉलिटिकल और बाहुबली लोग कर रहे तगड़ी डिमांड.. थाने में शिकायत! क्या है पर्दे के पीछे का खेल..??

रायगढ़। शहर के सुप्रसिद्ध जन्माष्टमी मेले में लगने वाला मीना बाजार इस बार महीनों से कॉन्ट्रोवर्सी में है। बीते 10 अगस्त से सावित्री नगर में मीना बाजार शुरू हो चुका है। इसी बीच एक बड़ी खबर आ रही है। मीना बाजार के संचालक (ठेकेदार) ने हजारों की भीड़ के बीच में ड्रोन अटैक की बात को लेकर जूटमिल मिल थाने में लिखित शिकायत दी है। जिसमें बताया है कि शनिवार को भीड़ के बीच कई ड्रोन के द्वारा वहां मौजूद लोगों को डराया गया। मीना बाजार सुचारू रूप से चलाने के लिए कुछ बाहुबली और राजनीतिक लोगों द्वारा उसे एक मोटी रकम की मांग की जा रही है और उसका भयादोहन किया जा रहा है। यह घटना उनके द्वारा ही अंजाम दी गई है। हालांकि अपनी शिकायत में किसी का नाम नहीं लिया गया।
हाई टेक ड्रोन
अपनी शिकायत में ठेकेदार रामाकांत सिन्हा ने बताया कि शनिवार की शाम 7:00 बजे के आसपास जब मेले में भारी संख्या में भीड़ मौजूद थी। उसे समय 4 से 5 ड्रोन मीना बाजार के ऊपर उड़ने लगे जिसके कारण पब्लिक में भगदड़ और भय का माहौल हो गया। अपनी शिकायत में बताया कि यह सभी इलेक्ट्रॉनिक ड्रोन काफी हाईटेक थे। अफरा-तफरी मचने के बाद सारे ड्रोन वापस चले गए।
ब्लैकमेलिंग..
अपनी शिकायत में उसने बताया कि मीना बाजार शुरू करने से पहले कुछ राजनीतिक और बाहुबलियों के द्वारा उसे भारी रकम की मांग की जा रही है और उसका भयादोहन किया जा रहा है। उसने अपनी शिकायत में बताया कि उसे पूरा विश्वास है की इन्हीं लोगों के द्वारा लोगों में भय पैदा करने के लिए ड्रोन उड़ाया गया है। उसने यह भी आशंका जताई है कि इन लोगों के द्वारा अगली बार इससे भी बड़ी घटना को अंजाम दिया जा सकता है।
हालांकि इसमें एक बात यह भी देखने लायक है कि पुलिस को अपनी दी गई शिकायत में मीना बाजार संचालक ने किसी का भी नाम लिखने से परहेज किया है।
क्यों हो रही कंट्रोवर्सी
रायगढ़ जिला में जन्माष्टमी मेले के लिए प्रसिद्ध है। इसी समय यहां मीना बाजार भी लगता है। युवा और बच्चों में इसका काफी क्रेज है। लेकिन इस साल मीना बाजार का आगमन कॉन्ट्रोवर्सी में रहा या जानबूझकर कंट्रोवर्सी क्रिएट की गई। दोनों ही बातें सच है! इसकी सबसे बड़ी वजह बताई जा रही हैं कि पिछले बार जिस ठेकेदार के द्वारा मीना बाजार सालो से लगाया गया था। इस बार किसी दूसरे ठेकेदार ने बड़े बजट पर मीना बाजार की बाज़ी जीत ली हैं। पहले के ठेकेदारों द्वारा जो सालों से यहां पर मीना बाजार का संचालन करते थे, उनके द्वारा राजनीति, एक्टिविस्ट और बाहुबली बनने का सपना रखने वाले हर छोटे से बड़े की सेवा-पानी की जाती थी। कंप्लीट मैनेजमेंट किया जाता था। मेले से कमाई भी तगड़ी होती थी, इस बार मीना बाजार की बाजी किसी दूसरे बड़े ठेकेदार ने मार ली। स्वाभाविक रूप से राजनीति इसमें भी हावी हुई… सड़क पर तो नहीं लेकिन वर्तमान ट्रेंड के अनुसार सोशल मीडिया (Facebook) में अजीबोगरीब तर्कों के साथ इसका विरोध हुआ! कोर्ट कचहरी सब हुआ! आखिरकार नए ठेकेदार ने नए लोगों के द्वारा मैनेजमेंट शरू किया और इसमें कामयाबी भी मिली और मीना बाजार शुरू हो गया। लेकिन इस ‘ड्रोन कांड’ से इतना साबित होता है कि पिक्चर अभी खत्म नहीं हुई!
