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पालीघाट डबल मर्डर मिस्ट्री में रायगढ़ पुलिस को मिली बड़ी सफलता..

रायगढ़। आज से 2 दिन पहले सोमवार को पालीघाट के सेल्फी पॉइंट में मिले दोनों अनजान लाशों की ब्लाइंड मिस्ट्री सुलझाने में पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है । काफी मशक्कत के बाद इनकी शिनाख्ती हो गई है। दोनों मृतक बालाजी ट्रांसपोर्ट में ट्रक चालक थे। जो जेएसडब्ल्यू इस्पात में आयरन ओर अनलोड करने के बाद से लापता थे। मृतकों के मोबाइल फोन तथा पर्स वगैरह गायब हैं और दोनों के ट्रक फगुरम के पास लावारिस हालत में मिली है। पुलिस को घटनास्थल से कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं। जल्द ही इस मामले पर से पर्दा उठने की उम्मीद है।

इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार तमनार थानांतर्गत पालीघाट रोड के सेल्फी पॉइंट में सोमवार को पुलिस को सूचना मिली कि यहां पर दो युवकों कैलाश कैलाश काफी पुरानी दिखाई दे रही थी। लाश के पास से कोई पहचान या मोबाइल नहीं था। पुलिस ने लाश की शिनाख्त के लिए सोशल मीडिया से लेकर हर तरफ कोशिश की। इसी दौरान बलौदा बाजार में रहने वाले उपाध्याय परिवार ने सोशल मीडिया में वायरल मृतकों की तस्वीरों को देख एक की शिनाख्त मूलत: इलाहाबाद के भदोही जिले के पुरनवा थानांतर्गत ग्राम कलातुलसी में रहने वाले पवन उपाध्याय आत्मज बछावन उपाध्याय (38 वर्ष) के रूप में की। साथ ही दूसरे शव की पहचान उत्तरप्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के फतनपुर थाना क्षेत्र के ग्राम पटकियाकला निवासी प्रवीण ओझा पिता गौरीशंकर ओझा (35 साल) के तौर पर हुई।

दोनों लाशों की विधिवत पहचान होने पर पुलिस कप्तान सदानंद कुमार के निर्देश तथा एडिशनल एसपी संजय महादेवा के मार्गदर्शन और एसडीओपी धरमजयगढ़ दीपक मिश्रा के सुपरविजन में तमनार थाना प्रभारी प्रवीण मिंज एंड टीम ने सायबर एवं फोरेंसिक एक्सपर्ट की मदद से तहकीकात शुरू की।

15 मार्च के वीडियो कॉल से की थी घरवालों से बात

विवेचना में पता चला कि पवन उपाध्याय और प्रवीण ओझा दोनों बालाजी ट्रांसपोर्ट की ट्रक चलाते थे। विगत 12 मार्च को दोनों चालक अपनी गाड़ी में ओड़िशा से आयरन ओर लेकर भूपदेवपुर के समीप नहरपाली स्थित जेएसडब्ल्यू इस्पात आए और माल अनलोड किया था। मृतक पवन के परिजनों ने पुलिस को बताया कि बीते 15 मार्च की शाम उन्होंने वीडियो कॉलिंग कर बातचीत की तो उस समय पवन चपले के आगे कलकत्ता ढाबे में खाना खाने गया था। इसके बाद से पवन और प्रवीण अचानक ऐसे गायब हुए कि परिजन भी परेशान थे। दूसरी तरफ पालीघाट रोड के सेल्फी पॉइंट की खाई में मिली दोनों लाशें सड़ रहे थे तो एक शव के सिर को कीड़े खा चुके थे। ऐसे में परिजनों ने मृतकों के कपड़े, अंगूठी, कड़े, घड़ी देखकर पहचान की थी।

हत्या हुई कहीं और, लाश को सेल्फी पॉइंट में फेंका

सेल्फी पॉइंट की खाई में दोनों लाश जिस हालत में बरामद हुई, वह संदिग्ध था। मृतकों के मोबाइल फोन तथा पर्स वगैरह वहां नहीं मिला। वहीं, कई ऐसे में भी साक्ष्य हाथ लगे जिससे पुलिस को आशंका है कि कातिलों ने पवन तथा प्रवीण की हत्याकांड जो अंजाम किसी अन्य जगह में दिया और सबूत छिपाने की नीयत से लाश को सेल्फी पॉइंट में फेंक दिया। यही वजह है कि पुलिस अब मृतकों के मोबाइल का सीडीआर खंगालते हुए उसका आखरी लोकेशन भी ट्रेस कर रही है, ताकि हत्यारों की गिरेबां तक वर्दीधारियों के हाथ पहुंच सके।

क्या कहते हैं अधिकारी

मृतकों की पहचान उत्तरप्रदेश निवासी के रूप में हुई जो बालाजी ट्रांसपोर्ट की ट्रकें चलाते थे। मामला नृशंस हत्या का है और बस पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार हो रहा है। पुलिस ने अपनी जांच कार्रवाई तेज कर दी है।

दीपक मिश्रा, एसडीओपी, धरमजयगढ़

अप्डेट्स…

हो गया खुलासा 48 घंटो में…

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