रायगढ़: RPF, GRP, स्टेशन मास्टर रेलवे स्टेशन के अंदर और बाहर पब्लिक से जबरिया वसूली..??

रायगढ़। इन दिनों रायगढ़ रेलवे स्टेशन के बाहर पार्किंग के नाम पर आम नागरिकों से अवैध वसूली की जा रही है। रायगढ़ रेलवे स्टेशन के बाहर साइकिल-बाइक स्टैंड और चार पहिया वाहन के लिए अलग जगह निर्धारित है। नियम के अनुसार रेलवे द्वारा इसके लिए पार्किंग शुल्क लिया जाता है। रेलवे स्टेशन के बाहर पिक एंड ड्रॉप, रेलवे डाक सेवा और एसबीआई का एटीएम भी है, यहाँ कोई पार्किंग चार्ज नही.. फिर भी वहां पर भी लोगों से जबरन वसूली की जा रही हैं और मना करने पर हुज्जतबाजी की जाती है। ऐसे में शरीफ आम आदमी 10-20 देकर पचड़े से निकलना ही उचित समझता है। एक तरह से कहा जा सकता है कि रायगढ़ रेलवे स्टेशन के बाहर एटीएम से पैसे निकालने गए हो या चाहे डाकघर में अपना पत्र पोस्ट करने के लिए… अगर आप पैरों से चलकर गए हो तो कोई बात नहीं मगर आप गाड़ी से पहुँचे तो आपको पैसे देने ही होंगे।

ऑटो स्टैंड निशुल्क मगर पिक एंड ड्राप, एटीएम और आरएमएस के लिए देना पड़ता है पैसा
आपको पता दे कि रायगढ़ रेलवे स्टेशन के बाहर एक ऑटो स्टैंड भी है मगर रेलवे रेलवे ने उन्हें निशुल्क कर दिया है। रेलवे से यात्रा करने वाले आम लोगों के लिए जो अपनी गाड़ियों को लंबे समय तक बाहर खड़ी करते हैं, उनके लिए अलग से पार्किंग स्टैंड बनाया गया है। इस पार्किंग स्टैंड के पैसे लगते हैं जो एक तरह से सही भी है.. मगर जो लोग मात्र 5-10 मिनट के लिए रेलवे आरएमएस जाते हैं, पिक एंड ड्राप या एटीएम से पैसे निकालने पर जाते हैं। उनसे भी पार्किंग के नाम पर वसूली की जा रही है। जबकि इन जगहों पर कोई भी पार्किंग शुल्क नहीं लगता। लेकिन अब वसूली हो रही है!

रेलवे प्रबंधन खामोश..?
स्टेशन के सबसे बड़े अधिकारी स्टेशन प्रबंधक के द्वारा स्टेशन के बाहर ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है। जिससे आम नागरिकों को पार्किंग की सही स्थिति के बारे में जानकारी मिल सके। पब्लिक की जेब कट रही है और स्टेशन मास्टर (प्रबंधक) को शायद कुछ पता भी नहीं है, अगर पता है तो फिर पब्लिक की जेब क्यों काट रही है..? यही हाल रहा तो एक दिन रेलवे से आरएमएस और एटीएम को रेलवे की सरहद से दूर कहीं स्थापित करने की भी मांग उठने लगेगी। इस रेलवे की छवि भी बनी रहेगी और आम जनता को परेशानी भी नहीं होगी।

ना कहीं बोर्ड ना ही कोई रेट लिस्ट और पार्किंग वेंडर..?
रेलवे स्टेशन के बाहर कहीं पार्किंग जोन का कोई भी बोर्ड दिखाई नही देता और ना ही पार्किंग शुल्क को लेकर कोई स्टैंडर्ड रेट लिस्ट। ऐसे में आने वाली पब्लिक को यह भी पता नहीं होता कि कहाँ पार्किंग जोन है और कौन सी जगह नो पार्किंग जोन हैं? रेलवे ने इसके लिए जगह भी निर्धारित की है या नहीं..?? कहां गाड़ी खड़ा करने पर पैसे लगेंगे और कहां नहीं..? लोगों से पार्किंग टैक्स वसूलने वाली कौन सी फर्म है, कोई फर्म है भी या नहीं या ऐसे ही हाथ में कोई रसीद लेकर रास्ते चलते वसूली कर रहा है। कहीं कुछ पता नहीं चलता! कम से कम एक बोर्ड तो ऐसा होना चाहिए जहां पार्किंग संबंधित जानकारी हो। यह सारी व्यवस्था और जवाबदारी रेलवे स्टेशन प्रबंधक की है। ऐसा ना होने के कारण ही पब्लिक की जेब आराम से काटी जा रही है।
आरपीएफ और जीआरपी भी.. और बाहर वसूली..??
ऐसा नहीं हो सकता की स्टेशन के अंदर बैठे हुए स्टेशन मास्टर या अन्य जिम्मेदार अधिकारियों को यह पता ना हो कि बाहर क्या वसूली चल रही है..?? रेलवे के पास जीआरपी भी है और आरपीएफ भी। सारे अधिकार होने के बावजूद भी अगर, स्टेशन के बाहर पब्लिक से रेलवे के नाम पर खुलेआम अवैध वसूली हो रही है तो इसके दो ही मायने निकलते हैं! या तो बाहर वालों को अंदर वालों का वरदहस्त प्राप्त है या फ़िर रायगढ़ रेलवे का सिस्टम फैलियर है..