रायगढ़ के 3 सितारा होटल के मालिक ने ट्रैवल एजेंसी में घुसकर की स्टाफ के साथ मारपीट.. SP से भी नही मिला इंसाफ.. 2 महीने बाद भी कोई F.I.R. नहीं..? सोशल मीडिया में धड़ल्ले से शेयर हो रही पीड़ित की कहानी..

रायगढ़। एक ट्रेवल एजेंसी में काम करने वाले कर्मचारी ने शहर के प्रतिष्ठित 3 स्टार होटल के मालिक के ऊपर दुकान में घुसकर मारपीट करने का आरोप लगाया है। इसके साथ पीड़ित ने 2 महीने से ज्यादा समय होने के बावजूद पुलिस द्वारा कोई f.i.r. या कार्यवाही नहीं करने पर पुलिस की कार्यशैली पर भी संदेह जताया है। इंसाफ मिलने के बाद उन्होंने सोशल मीडिया में अपनी पीड़ा बयान करते हुए पुलिस प्रशासन को भ्रष्ट बताया है और पब्लिक से इंसाफ की गुहार लगाई है।

पीड़ित विकास कुमार चौहान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर अपनी पीड़ा बताते हुए लिखा है कि गोपी टॉकीज के पास स्थित हैप्पी ट्रैवल्स में काम करता है। मई 2023 को उसके मालिक रणवीर सिंह बग्गा अपनी फैमिली के साथ 10 दिनों की छुट्टी पर गए थे। तब पीड़ित और उसके साथी स्टॉप दुकान का कामकाज देख रहे थे। 13 मई 2023 शनिवार दोपहर 11:00 बजे उसके व्हाट्सएप नंबर पर होटल ट्रीनिटी के मालिक सरनजीत सलूजा का व्हाट्सएप कॉल आया। सरनजीत सलूजा ने उसे फलाइट के लिए अपना बोर्डिंग पास बनाने के लिए कहा।
पीड़ित विकास चौहान ने पोस्ट ने बताया कि सलूजा द्वारा बोर्डिंग पास मांगे जाने पर उसने उससे उसकी टिकट को व्हाट्सएप पर भेजने को कहा। इसी बात को लेकर दोनों के बीच टेलीफोन पर वादविवाद हुआ। पीड़ित ने बताया कि उसने कहा भी कि वह टिकट उसके दुकान के मालिक हैप्पी ने बनाया था और उनको व्हाट्सएप भी कर दिया था। 13 मई को जब पीड़ित के व्हाट्सएप पर कॉल आया तो उसने बोर्डिंग पास के लिए टिकट की मांग की जिसके बाद शरणदीप में उसे गाली दी और कहा तुम मुझ से टिकट मांगता है.. तू जानता नहीं, मैं कौन हूं… इसके बाद वह सरनदीप ने हैप्पी ट्रैवल्स में आकर दुकान में घुसकर उसके साथ मारपीट की। दुकान में उसके सहकर्मी ने भी बीच-बचाव की कोशिश की तो उसके साथ भी मारपीट की गई। मारपीट के दौरान पीड़ित चेहरे और माथे पर चोट आई थी। जिसकी मेडिकल प्रिसक्रिप्शन और तस्वीर भी उसने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से शेयर की है।

सोशल मीडिया पोस्ट में उसने कहा है कि “मैं एक गरीब घर का आदमी हु और वह पैसे वाला.. लेकिन मैंने फिर भी हिम्मत नहीं हारी! मैं सिटी कोतवाली गया, केस करने के लिए.. लेकिन पुलिस वाले ने कोई f.i.r. नहीं की! बोले पहले की पहले मेडिकल होगा। मगर सब कुछ होने के बाद भी पुलिस द्वारा कोई एफ आई आर दर्ज नहीं की गई। पुलिस द्वारा मुझे कोई कागज नहीं दिया गया। 2 हफ्ते तक मुझे कुछ ना कुछ बोल कर वापस भेज देते थे। पुलिस ने कोई f.i.r. दर्ज नहीं की.. उल्टा कोतवाली पुलिस ने कहा कि कागज में फिर से एप्लीकेशन लिख कर दे दो और उसी में सील साइन करके दे दिए।”

“ऐसा करती बहुत दिन हो गया तो मैं वापस थाने गया टी आई से मिलने.. तो उन्होंने कहा कि तू भी उसको कुछ उल्टा सीधा बोला है.. मैंने कहा, सर मैं जब उस इंसान को जानता ही नहीं, तो कैसे पहले से गाली दूंगा और दूसरी चीज उनको दुकान में घुसकर मारपीट करने का अधिकार नहीं है तो उतने में थाना प्रभारी ने कहा कि.. ठीक है जांच करते हैं।”
“उसके बाद 30 मई को एसपी सर जी के पास गया तो उन्होंने भी कहा कि तुम भी तो कुछ बोले होगे और मुस्कुरा कर बोले कि ठीक है, देखते हैं! आज 2 महीने हो गया है और कोई सुनवाई नहीं हुआ है। पुलिस होती है आप जनता की सेवा करने के लिए लेकिन पुलिस प्रशासन तो सिर्फ पैसे वालों की सुनती है.. मैंने सारे डॉक्यूमेंट अपलोड कर दिए हैं! अगर यही चीज को कोई पावरफुल इंसान के साथ होता तो पुलिस तुरंत एक्शन लेती! मुझे कोई इंसाफ नहीं मिला.. दोस्तों, आप लोगों से निवेदन है कि प्लीज मेरी मदद करो.. पुलिस प्रशासन तो पूरी तरह से भ्रष्ट हो चुकी है.. जब पुलिस ही आम जनता की नहीं सुनेगी तो आम आदमी कहां जाएगा.. प्लीज दोस्तों मेरा साथ दो।”

विजिबल पुलिसिंग और पीड़ित को मिलता पब्लिक का सपोर्ट
पीड़ित का यह पोस्ट सोशल मीडिया में काफी तेजी से शेयर हो रहा है। आपको बता दें कि पीड़ित विकास चौहान, विराज चौहान के नाम से अपनी फेसबुक आईडी चलाता है। जिसके 12000 से ऊपर फॉलोवर है। उसके इस पोस्ट पर लोगों की लगातार प्रक्रिया आ रही है। 2 दिनों से यह पोस्ट काफी शेयर भी हो रही है। पुलिसिया सिस्टम की काफी किरकिरी भी हो रही है। जिस तरह 2 महीने के बाद पुलिस सिर्फ कार्रवाई का झुनझुना पकड़ा रही है। पीड़ित द्वारा शेयर की गई हालिया तस्वीर में उसके चेहरे पर चोट के निशान और मेडिकल प्रीस्क्रिप्शन में स्पष्ट रूप से उसके साथ मारपीट के सबूत मिलते हैं। सब कुछ पुलिस और पब्लिक के सामने विजिबल होने बावजूद भी अभी तक किसी प्रकार की किसी भी धारा में कोई भी अपराध दर्ज ना होना..? रायगढ़ पुलिस की वीजिबल पुलिसिंग वाली थीम का माखोल जरूर उड़ा रही है।