प्राचीन शिव मंदिर धवस्त ! दो दर्जन मलबे में दबे.. अब तक 3 लोगों के शव मिले

शिमला, 14 अगस्त : हिमाचल प्रदेश में मानसून बारिश कहर बनकर गिर रही है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में आपदाएं रूकने का नाम नहीं ले रही है। राजधानी शिमला के उपनगर समरहिल में सोमवार सुबह बड़ा भूस्खलन (landslide) हुआ है। नदी में जलस्तर बहुत अधिक है। भूस्खलन की वजह से 21 लोगों की मौत की सूचना है।

इस घटना में शिमला के प्राचीन शिव बाड़ी मंदिर (Shiv Bari Temple) ध्वस्त हो गया। हादसे में करीब दो दर्जन लोगों के दबने की आशंका है। राहत व बचाव दलों ने तीन शवों को मलबे से निकाला है। इसमें दो मासूम बच्चों के शव हैं। हादसे में पांच लोग को निकाला गया हैं।
शिमला के डीसी आदित्य नेगी और एसपी संजीव गांधी घटनास्थल पर मौजूद हैं और राहत व बचाव कार्यों का निरीक्षण कर रहे हैं। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक भूस्खलन की घटना सुबह सवा सात बजे हुई। सोमवार का दिन होने के कारण लोग शिव बाड़ी मंदिर में माथा टेकने आये थे। इसी दौरान मंदिर में भूस्खलन (Land Slide) हो गया। घटनास्थल पर तबाही का मंजर देखकर हर कोई सिहर उठा।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने घटना पर शोक जाहिर करते हुए कहा कि बारिश की वजह से भारी तबाही हुई है। उन्होंने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा, ‘पिछले 48 घंटे से चार जिलों में जिस प्रकार की बारिश हुई है उसने कहर बरपा रखा है। व्यास नदी में जलस्तर बहुत अधिक है। भूस्खलन की वजह से 21 लोगों की मौत की सूचना है। सुबह शिमला के मंदिर में हादसा हुआ। सुबह प्रसाद बनाने के लिए लोग एकत्रित हुए थे। अब तक 3 लोगों के शव मिले हैं। मैं खुद वहां हालात का जायजा लेने के लिए पहुंचा हूं। बारिश लगातार जारी है। जनजीवन अस्त-व्यस्त है। अगले 12 घंटे में बारिश थम सकती है। इसके बाद हम राहत और बचाव कार्य को और तेज कर पाएंगे।’ उन्होंने कहा कि पूरे राज्य में बारिश हो रही है। जगह-जगह पेड़ गिरे हैं। सभी कर्मचारियों-अधिकारियों को राहत और बचाव कार्य में जुटने को कहा गया है।

शिमला के एसपी संजीव गांधी ने बताया कि घटनास्थल से तीन शव बरामद हुए हैं। राहत कार्य जारी है। मलबे में कई लोग दबे हैं। इन्हें निकालने की कोशिशें जारी हैं। बता दें कि यह मंदिर पहाड़ी के नीचे स्थित है और पहाड़ी से बार-बार हो रहे भूस्खलन से राहत कार्यों में बाधा आ रही है।